१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ स्थान
    संज्ञा
/ समूह
अर्थ : वह स्थान जहाँ बहुत दूर तक पेड़-पौधे, झाड़ियाँ आदि अपने आप उगी हों।
उदाहरण :
पुरातन काल में ऋषि-मुनि जंगलों में निवास करते थे।
पर्यायवाची :
अटवी, अरण्य, अरण्यक, अरन, अरन्य, आरन, उजाड़, उजार, कानन, जंगल, त्रस, दाव, द्रुमालय, बयाबान, बियाबान, बियावान, माल, वन, वादी, विपिन, समज
जिथे खूप मोठ्या प्रमाणावर वृक्ष, झाडे-झुडुपे इत्यादी आपोआप उगवलेली असतात असे ठिकाण.
हे रान अनेक वन्य प्राण्यांनी भरलेले आहे
अटवी,
अरण्य,
कांतार,
कानन,
जंगल,
रान,
वन,
विपिन